हर घर जल योजना फेल, इमली खेड़ा के लोग बूंद-बूंद को तरसे”
इमली खेड़ा नगर पंचायत में जल समस्या को लेकर कुछ हलचल
संवाददाता : नसीब कुरैशी
पिरान कलियर । इमली खेड़ा नगर पंचायत में जल समस्या को लेकर कुछ हलचल हुई है! मनोज सैनी चेयरमैन ने पेयजल अधिकारी को पानी की टैंकी और जल समस्या के बारे में जानकारी दी गई है उम्मीद है कि अधिकारी इस समस्या का समाधान निकालने में मदद करेंगे। इमली खेड़ा के निवासियों के लिए यह एक अच्छी खबर हो सकती है लेकिन इमली खेड़ा के निवासियों के लिए पानी की समस्या एक बड़ी चुनौती बन गई है। 8 साल से अधिक समय से इस गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जो कि बहुत ही दुख देय है। ग्राम पंचायत के समय से ही इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है, जो कि एक बड़ी चिंता का विषय है।ग्राम पंचायत के कार्यकाल के समय स्थानीय प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए कोई भी पहल अभी तक नहीं कि है निवासियों को अभी भी इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है
चुनाव के समय बड़े वादे करना एक आम बात है,
लेकिन क्या? ये वादे पूरे होते है?
अक्सर प्रत्याशी अपने वादों को पूरा करने में हवा हवाई असफल रहते हैं और जनता को निराशा ही हाथ लगती है। इसके पीछे भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि वित्तीय संसाधनों की कमी, प्रशासनिक चुनौतियाँ, या फिर वादों की अवास्तविकता। जनता को भी अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और प्रत्याशियों से भी सवाल पूछने चाहिए। विशेष यह कि जनता ने जनप्रति निधी चुनने के बाद भी पानी की बड़ी छोटी समस्या का आज तक कोई समाधान नहीं निकला। कई मर्तबा चौक चौराहों पर कई महीने से नलकूप ख़राब पड़े है जायदा धूप गर्मी के करण राहगीरों वह गरीब जनता को पानी कि किल्लत का भारी सामना करना पड़ रहा है प्रधानमंत्री पेयजल योजना के अंतर्गत हर घर नल हर घर जल करोड़ों रूपए खर्च कर रही है दोनों सभासद वह नगर पंचायत अध्यक्ष मनोज सैनी के कानों में आज तक जू नहीं रेरेंग रही है जनता के सामने जो वायदे किए वो खोखले साबित नजर आ रहे है देखना यह के इस पेयजल मीटिंग का किया महत्त्व निकलता है आखि़र इमली खेड़ा जनता को पानी कि किल्लत से कब तक निजात मिलेगी।स्थानीय निवासियों का कहना है कि गर्मी के मौसम में पानी की यह किल्लत और भी गंभीर रूप ले रही है। जिससे उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द पानी की टंकी को ठीक कराया जाए और नलकूप की मरम्मत कराई जाए, ताकि उन्हें राहत मिल सके। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो क्षेत्र में जनाक्रोश बढ़ सकता है। क्षेत्र वासियों का प्रशासन से निवेदन है कि जल संकट को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही की जाए, जिससे ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा—जल—मिल सके।