भ्रष्टाचार के खिलाफ सुराज सेवादल सख्त, जिलाधिकारी से मिले अध्यक्ष रमेश जोशी
दरगाह प्रशासन और नगर पंचायत पर लगाया मनमानी का आरोप, आंदोलन की दी चेतावनी
हरिद्वार/ पिरान कलियर। पिरान कलियर दरगाह क्षेत्र, जो विश्वभर के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, वहां इन दिनों भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और प्रशासनिक मनमानी को लेकर भारी असंतोष पनप रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ और धार्मिक महत्व के कारण यह क्षेत्र हमेशा सुर्खियों में रहता है, लेकिन सुविधाओं की कमी, सफाई व्यवस्था की लापरवाही और अतिक्रमण को लेकर विवाद लगातार गहराते जा रहे हैं। अब इन तमाम समस्याओं पर सुराज सेवादल संगठन ने मोर्चा खोल दिया है और सीधे जिलाधिकारी से मिलकर बड़ा कदम उठाया है।
गुरुवार को सुराज सेवादल के अध्यक्ष रमेश जोशी अपने पदाधिकारियों के साथ हरिद्वार स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। संगठन ने प्रशासन और नगर पंचायत पर गंभीर आरोप लगाए और चेतावनी दी कि यदि भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया गया तो संगठन आंदोलन की राह पर चलेगा।
भ्रष्टाचार और अवैध वसूली पर बड़ा आरोप
सुराज सेवादल अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि दरगाह प्रशासन और नगर पंचायत अधिकारी व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को अतिक्रमण के नाम पर परेशान कर रहे हैं। छोटे दुकानदारों से अवैध वसूली की जाती है, जबकि असली अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि इन लोगों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, इसीलिए कानून और नियम केवल गरीब व कमजोर तबके पर ही लागू किए जाते हैं।
जोशी ने कहा, “यदि क्षेत्र से भ्रष्टाचार खत्म कर दिया जाए तो पिरान कलियर की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है। यहां पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों से हजारों युवाओं को रोज़गार मिल सकता है, लेकिन भ्रष्ट व्यवस्था ने सभी अवसरों को रोक रखा है।”
इंतजार प्रधान ने दी आंदोलन की चेतावनी
संगठन के पदाधिकारी इंतजार प्रधान ने जिलाधिकारी से मुलाकात के दौरान साफ शब्दों में कहा कि सुराज सेवादल अब चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में हो रही अवैध उगाही और भ्रष्टाचार अब किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि समय रहते ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो सुराज सेवादल सड़कों पर उतरेगा। आंदोलन की रूपरेखा तय कर ली गई है, जिसमें पदयात्रा, धरना और यहां तक कि अनशन भी शामिल है।”
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन का उद्देश्य केवल विरोध करना नहीं है बल्कि जनता की समस्याओं को खत्म करना है। यदि प्रशासन सकारात्मक रुख अपनाता है तो सहयोग भी किया जाएगा, लेकिन चुप्पी साधने या टाल-मटोल करने की स्थिति में आंदोलन अवश्य होगा।
ज्ञापन में उठाए गए मुख्य मुद्दे
बैठक के दौरान सुराज सेवादल पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। इसमें मुख्य रूप से निम्नलिखित मांगें की गईं–
1. दरगाह क्षेत्र में हो रही अवैध उगाही पर तत्काल रोक लगे।
2. अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई पारदर्शी हो और केवल चुनिंदा लोगों को परेशान करने की प्रथा बंद हो।
3. नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को गंदगी व बदबू से निजात मिले।
4. व्यापारियों और स्थानीय लोगों से मनमानी शुल्क वसूलने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।
5. दरगाह क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए ठोस योजना बनाई जाए।
जिलाधिकारी ने दिलाया भरोसा
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने संगठन की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और आश्वासन दिया कि सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता प्रशासन की प्राथमिकता है और यदि कहीं भ्रष्टाचार या अवैध उगाही की शिकायतें सही पाई गईं तो तुरंत कार्यवाही की जाएगी।
आंदोलन की तैयारी
हालांकि सुराज सेवादल का रुख बेहद सख्त दिखा। संगठन ने साफ कर दिया कि यदि जनता से जुड़ी समस्याओं का निवारण समय पर नहीं हुआ तो आंदोलन की रूपरेखा और कठोर होगी। पदाधिकारियों का कहना है कि यह आंदोलन केवल पिरान कलियर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे हरिद्वार और उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाई जाएगी।
क्षेत्रीय जनता में उम्मीद और चिंता
इस मुलाकात और सुराज सेवादल की चेतावनी के बाद पिरान कलियर क्षेत्र की जनता में नई उम्मीद जगी है। लोगों का कहना है कि लंबे समय से भ्रष्टाचार और शोषण झेल रहे स्थानीय निवासियों को अब शायद राहत मिले। वहीं, प्रशासनिक हलकों में भी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि यदि आंदोलन ने जोर पकड़ा तो यह मामला बड़ा राजनीतिक रूप भी ले सकता है।