राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लक्सर में छात्र अभिप्रेरण कार्यक्रम का सफल आयोजन दूरस्थ शिक्षा,मानसिक स्वास्थ्य और प्रवेश प्रक्रिया पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी।

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लक्सर में छात्र अभिप्रेरण कार्यक्रम का सफल आयोजन दूरस्थ शिक्षा,मानसिक स्वास्थ्य और प्रवेश प्रक्रिया पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी।

 

लक्सर। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लक्सर में मंगलवार को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के सहयोग से “छात्र अभिप्रेरण कार्यक्रम” का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में शैक्षणिक जागरूकता, आत्मविकास और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना रहा। कार्यक्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, रुड़की क्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. बृजेश बनकोटी ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। उन्होंने छात्रों को दूरस्थ शिक्षा की महत्ता, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की सुविधा और नामांकन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा को प्रत्येक शिक्षार्थी तक पहुँचाना है। मनोविज्ञान विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ललित मोहन पंत ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, लक्ष्य निर्धारण और तनाव प्रबंधन जैसे विषयों पर प्रेरणादायी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास को सफलता की कुंजी बताया। संस्कृत विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विवेक ममगई ने शिक्षा के महत्व एवं नैतिक मूल्यों पर अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। उन्होंने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों की सरलता, लचीलापन और गुणवत्ता की सराहना करते हुए इसे नियमित शिक्षा से वंचित छात्रों के लिए उपयोगी बताया।इस अवसर पर अध्ययन केंद्र लक्सर की समन्वयक डॉ. कनुप्रिया ने केंद्र की गतिविधियों और छात्रों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से प्रारंभ हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 10 अगस्त 2025 है। इच्छुक छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.uou.ac.in पर जाकर स्नातक (B.A.) और परास्नातक (M.A.) पाठ्यक्रमों हेतु ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विचित्र नारायण शर्मा ने की। उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे प्रेरक सत्र विद्यार्थियों को सही दिशा दिखाने में सहायक सिद्ध होते हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे, जिनमें विशेष रूप से डॉ. सीमा चौधरी, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. सुशील भाटी, डॉ. शरद कुमार त्रिपाठी, डॉ. प्रीति शर्मा, डॉ. मीनाक्षी कश्यप, डॉ. विवेकानंद भट्ट और डॉ. दीक्षित कुमार की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गजेन्द्र सिंह ने किया। उन्होंने वक्ताओं, अतिथियों और आयोजन से जुड़े सभी सहयोगियों का आभार जताते हुए इसे विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायी एवं दिशादर्शक आयोजन बताया।

शीतकालीन आपदा के दृष्टिगत बढ़ती शीतलहर व ठण्ड के प्रकोप से बेसहारा, निर्धन व गृहविहीन / निराश्रित व्यक्तियों को शीतलहरी/ठण्ड के प्रकोप से बचाव हेतु जिलाधिकारी द्वारा महाप्रबन्धक, जिला उद्योग केन्द्र, रुड़की व क्षेत्रीय प्रबन्धक सिंडकुल, हरिद्वार को सी०एस०आर० मद से निःशुल्क कम्बल व गर्म कपडे (स्वेटर, मौजे, शॉल, आदि) उपलब्ध कराये जाने के लिए निर्देशित किया

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