हरिद्वार में आश्रम बाबा जोध सचियार में डॉ. प्रवीण कंसल के जन्मदिवस पर विशाल संत समागम व भंडारे का आयोजन
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित दुधाधारी मंदिर के सामने प्रसिद्ध आश्रम बाबा जोध सचियार में संगरूर से पधारे डॉ. प्रवीण कंसल के जन्मदिवस के अवसर पर विशाल संत समागम तथा भंडारे का आयोजन धूमधाम से किया गया। डॉ. कंसल ने बड़ी ही सादगी के साथ अपना जन्मदिवस संत-महापुरुषों की गरिमामयी उपस्थिति में मनाया। इस अवसर पर बोलते हुए स्वामी पुरुषोत्तम दास महाराज ने कहा कि वे लोग बड़े भाग्यशाली होते हैं जिन्हें संत महापुरुषों की संगत का सौभाग्य प्राप्त होता है। हरिद्वार की इस पावन नगरी में दो प्रकार की गंगा बहती हैं – एक पतित पावनी मां गंगा, जो तन-मन को पवित्र कर पापों से मुक्त करती है, और दूसरी संत महापुरुषों के श्रीमुख से निकलने वाली ज्ञान गंगा, जो मानव जीवन को धन्य और सार्थक बना देती है। आश्रम के व्यवस्थापक सुधीर बयान ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संत-महापुरुषों और गुरुजनों की संगत मनुष्य का लोक एवं परलोक दोनों संवार देती है। गुरुजनों से प्राप्त ज्ञान मनुष्य के भाग्य उदय का कारण बनता है। इस अवसर पर डॉ. प्रवीण कंसल ने कहा कि संत महापुरुषों के पावन दर्शन से उनका जीवन धन्य हो गया है। पतित पावनी मां गंगा के पावन तट पर संतों को भोजन कराना उनके लिए परम आनंद और सुखद अनुभूति का विषय है। कार्यक्रम में कई सौ संत-महापुरुषों ने प्रसाद रूपी भंडारे का आनंद लिया। डॉ. प्रवीण कंसल अपनी धर्मपत्नी श्रीमती रमा कंसल के साथ इस पावन अवसर पर गुरु धाम आश्रम बाबा जोध सचियार में उपस्थित रहे।