सलेमपुर-दादूपुर-गोविंदपुर में जहरीला धुआं बना बीमारी का कारण, गुल सनवर उर्फ बुला चौधरी ने जताई चिंता
हरिद्वार। सलेमपुर/दादूपुर/गोविंदपुर: रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से संचालित प्लास्टिक गलाने की मशीनों और कबाड़ खानों से निकलता काला धुआं क्षेत्रवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य संकट का संकेत बनता जा रहा है। सलेमपुर दादूपुर गोविंदपुर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और जाफरी मिल्लिया अकादमी के संस्थापक गुल सनवर उर्फ बुला चौधरी ने एक प्रेस वार्ता कर इस मुद्दे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन गलाने वाली फैक्ट्रियों से उठता काला जहरीला धुआं न केवल पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है, बल्कि बच्चों, बुजुर्गों और सामान्य नागरिकों के लिए गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
फाइल फोटो
गुल सनवर ने कहा – “प्लास्टिक गलाने से निकलने वाला धुआं सांस संबंधी रोगों, त्वचा की एलर्जी और फेफड़ों के संक्रमण जैसी भयंकर बीमारियों को जन्म दे सकता है। यह क्षेत्र धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है।” उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि कई बार शिकायत के बावजूद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। “यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो हम न्यायिक माध्यमों का सहारा लेंगे,” – गुल सनवर ने चेताया। और रात के समय ये अवैध गतिविधियाँ और भी तेज हो जाती हैं, जिससे घरों में दम घुटने जैसी स्थिति हो जाती है। बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ने की घटनाएं अब आम हो गई हैं।
गुल सनवर उर्फ बुला चौधरी ने अंत में प्रशासन से मांग की:
तुरंत सभी अवैध फैक्ट्रियों को बंद कराया जाए।
प्रदूषण फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।
क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं और लोगों की जांच कराई जाए। यह विषय अब केवल अवैध कारोबार का नहीं, बल्कि जनस्वास्थ्य और भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा का बन चुका है। प्रशासन को शीघ्र ही इस दिशा में कठोर कदम उठाने होंगे।