हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी भावना पाण्डेय ने चलाया गरीब व असहाय लोगों में कंबल और अलाव लकड़ी वितरण करने का अभियान

हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी भावना पाण्डेय ने चलाया गरीब व असहाय लोगों में कंबल और अलाव लकड़ी वितरण करने का अभियान

रुड़की । जैसे-जैसे शर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे तंबू लगाकर रह रहे करीब व असहाय लोगो को शर्दी से बचाव करना काफी मुश्किल हो रहा है। जिसके चलते जनता कैबिनेट पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी भावना पाण्डेय ने ऐसे गरीब व असहाय लोगो को कम्बल और अलाव लकड़ी वितरण करने का अभियान शुरू किया है। जिसके चलते भावना पांडेय ने रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश व लक्सर क्षेत्र में रेलवे स्टेशन बस अड्डे व तब्बू लगाकर रह रहे करीब असहाय लाचार लोगो को ठंड से बचाव के लिए कम्बल वितरण किए है। वही भावना पांडेय ने रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश व लक्सर क्षेत्र में रेलवे स्टेशन, बस अड्डे व चौराहों पर अलाव के लिए लकड़ियां भी वितरण की है।

जिससे स्थानीय लोग व आने-जाने वाले राहगीर ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले सके और शर्दी से राहत पा सके। वही हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी भावना पाण्डेय ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनके द्वारा रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश व लक्सर क्षेत्र में लगभग 2000 से भी अधिक गरीब, निर्धन, असहाय व विकलांग लोगों को कम्बल वितरण किए गए है और अलाव के लिए लकड़ियों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इन लोगो के पास इस कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए न तो कोई छत है और न ही किसी प्रकार की कोई व्यवस्था है। यह लोग किसी कारण इस कड़ाके की ठंड में अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं, ऐसे लोगों को मेरे द्वारा चिन्हित कर कम्बल वितरण किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय मे ठंड का प्रकोप और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है। वही आगे भी जो छूट गए है ऐसे गरीब, निर्धन, लाचार व अशाहय लोगों को चिन्हित कर उन्हें भी कम्बल वितरण किए जायेंगे।

उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला पर्व के अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पत्नी संग रोशनाबाद जिला कार्यालय परिसर में तीन स्थानों पर किया पौधारोपण। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पौधारोपण के लिए सवयं चलाया फावड़ा

दादूपुर गोविंदपुर में अवैध प्लास्टिक के कारखानों से निकलते हुए धुएं से स्थानीय निवासीयो का जीना दुश्वार प्लास्टिक गुल्ला कारखानों अवैध लघु उद्योगों से निकलते जहरीले धुएं से प्राकृतिक पर पड़ रहा है इसका प्रभाव स्थानीय निवासियों का जीना हुआ दुर्बल आखिर कब मिलेगी इससे निजात रिहायशी इलाकों में कबाड़ और गुल्ला भट्टी का ज़हरीला धंधा, प्रदूषण विभाग मौन”

error: Content is protected !!